मंगलवार, 5 जून को युवा जदयू ने राजधानी पटना में अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज की। विश्व पर्यावरण दिवस और सम्पूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर यहां के भव्य बापू सभागार में आयोजित जदयू के ‘युवा संकल्प सम्मेलन’ में राज्य के हर कोने से इतने युवा पहुंचे कि सभागार छोटा पड़ गया। जितने लोग सभागार के अंदर थे, उससे कहीं अधिक बाहर देखे गए। इस सम्मेलन में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नीतीश कुमार, प्रदेश अध्यक्ष श्री बशिष्ठ नारायण सिंह, राष्ट्रीय महासचिव श्री आरसीपी सिंह, वरिष्ठ मंत्री श्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव समेत दर्जनों नेताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। सभा की अध्यक्षता युवा जदयू के अध्यक्ष श्री अभय कुशवाहा ने की।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि आज देश और समाज की बेहतरी के लिए राजनीति में युवाओं की भागीदारी बढ़नी चाहिए। जेपी आंदोलन के उद्देश्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने युवाओं से कहा कि राजनीति में आगे बढ़ने के लिए परिवार का सहारा ना लें और ना ही धनार्जन को अपना उद्देश्य बनाएं। उन्होंने कहा, “आज लोग अपनी काबिलियत के बल पर नहीं, परिवार के बल पर राजनीति में आगे बढ़ रहे हैं और पद मिलते ही धनार्जन के पीछे भागते हैं।’ महज ट्विटर पर सक्रिय रह कर जनता का हितैषी बनने का स्वांग करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा, “आजकल राजनीति में जुबानी जंग चल रही है। कुछ लोगों को कोई काम नहीं करना, लेकिन दिन में पांच बार ट्वीट करते रहते हैं। अगर नई पीढ़ी अपने काम के सहारे आगे नहीं बढ़ेगी तो राजनीति गर्त में चली जाएगी।”
श्री नीतीश कुमार ने आगे कहा, “राजनीति में खुद को ‘काबिल’ समझने वाले लोग जदयू को एलिमिनेट करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यह सपना पूरा नहीं होगा। करप्शन, क्राइम और कॉम्युनलिज्म को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम अपना काम करते रहेंगे।” उन्होंने कहा, ‘मैंने आज तक कभी भी किसी के विषय में अनाप-शनाप नहीं बोला, यह मेरा काम नहीं है। वर्तमान में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है, जैसे बिहार में सरकार ने कुछ किया ही नहीं।’ जोकीहाट उपचुनाव के परिणाम की पृष्ठभूमि में उन्होंने कहा कि लोग हमें वोट दें या ना दें, लेकिन अगर आप एससी-एसटी या अतिपिछड़े समुदाय से आते हैं और आपने बीपीएससी और यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पास की है तो हम आपको 50 हजार और 1 लाख की राशि जरूर देंगे। सरकार की योजनाओं का लाभ सबको समान रूप से मिलेगा। इसी तरह अल्पसंख्यक कल्याण के संदर्भ में उन्होंने कहा कि पहले इस विभाग का बजट 3 करोड़ था और आज 800 करोड़ है। ऐसा इसलिए कि हमारा ध्यान ‘समीकरण’ पर नहीं, काम पर है।
प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य श्री बशिष्ठ नारायण सिंह ने युवा नेताओं से कहा कि वे जोश और उत्साह में जरूर रहें, लेकिन जोश में कभी होश न खोएं। उन्होंने कहा, जदयू के पास सबल नेतृत्व, नीति और दर्शन है। वहीं, राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा में दल के नेता श्री आरसीपी सिंह ने कहा कि हमें पता होना चाहिए कि हमारी पार्टी और हमारे नेता कैसे औरों से अलग हैं। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें अपनी पहचान पर गर्व होना चाहिए और इसी के अनुरूप उनका हर काम होना चाहिए। समारोह में श्री नीरज कुमार, श्री संजय गांधी, श्री अशोक कुमार सिंह, श्री विनोद प्रसाद यादव, श्री सत्यदेव कुशवाहा, श्री निरंजन मेहता, श्री रामेश्वर महतो, श्री खालिद अनवर, डॉ. नवीन कुमार आर्य, श्री अनिल कुमार आदि मंचस्थ रहे। मंच-संचालन श्रीमती अप्सरा मिश्रा ने किया।
बोल डेस्क