कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के उस बयान को अपमानजनक बताया जिसमें उन्होंने विपक्ष की तुलना जानवरों से की थी। राहुल ने कहा कि शाह के बयान से उनकी मानसिकता का पता चलता है, जिसमें दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और यहां तक कि उनकी अपनी पार्टी के नेताओं को ‘व्यर्थ’ समझा गया है। राहुल ने तंज कसते हुए कहा कि देश में प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को छोड़कर सब जानवर हैं।
पत्रकारों से बात करते हुए राहुल ने कहा, ‘अमित शाह पूरे विपक्ष को जानवर कह रहे हैं। भाजपा-आरएसएस का बुनियादी दृष्टिकोण है कि इस देश में केवल दो गैर-जानवर हैं। एक श्री नरेंद्र मोदी और दूसरे श्री अमित शाह।’ राहुल ने आगे कहा कि वह शाह के बयान को अपमानजनक मानते हैं, लेकिन ज्यादा गंभीरता से नहीं लेते।
शाह पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘देश में केवल दो या तीन लोग हैं जो ‘सब कुछ करने योग्य हैं’ वे सब कुछ समझते हैं और बाकी सब लोग बेकार लोग हैं।’ राहुल ने आगे कहा, ‘इसमें न केवल दलित बल्कि आदिवासी, अल्पसंख्यक भी हैं। यह यहीं खत्म नहीं होता है। इसमें श्री आडवाणी, श्री मनोहर जोशी और यहां तक कि श्री गडकरी, हर व्यक्ति शामिल है।’
बता दें कि शाह ने भाजपा के स्थापना दिवस पर मुंबई में एक रैली में कहा था, ‘2019 (चुनाव) के लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। विपक्षी एकजुटता की कोशिश हो रही है। जब भारी बाढ़ आती है तो सब कुछ बह जाता है। केवल एक वटवृक्ष बचता है और बढ़ते पानी से खुद को बचाने के लिए सांप, नेवला, कुत्ते और बिल्लियां और अन्य जानवर साथ आ जाते हैं। ’उन्होंने कहा था, ‘मोदी बाढ़ की वजह से सभी बिल्ली-कुत्ते, सांप और नेवला मुकाबला करने साथ आ रहे हैं।’
बहरहाल, भाजपा अध्यक्ष के बयान में ‘गोरखपुर’ और ‘फूलपुर’ गंवाने की टीस स्पष्ट तौर पर महसूसी जा सकती है। देखा जाय तो विजय रथ पर सवार भाजपा के लिए इन दो लोकसभा सीटों की हार सचमुच उसकी अगली-पिछली कई जीतों पर भारी है और अति आत्मविश्वास की शिकार हो चली पार्टी अपनी इस हार को पचा अब तक पचा नहीं पाई है। जो भी हो, कांग्रेस के ‘परिपक्व’ हो रहे युवा अध्यक्ष ने भाजपा के लिए कई ‘करिश्मा’ दिखा चुके अध्यक्ष को जवाब अच्छा दिया है। वैसे 2019 में अब ज्यादा दिन नहीं। ऐसे तमाम सवालों और जवाबों की असली परीक्षा तो तब ही होनी है।
बोल डेस्क