स्वतंत्रता की 71वीं वर्षगांठ पर लालकिले की प्राचीर से देश को संबोंधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार, नोटबंदी, कश्मीर, किसान, जीएसटी, रोजगार और तीन तलाक जैसे तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखते हुए सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और साल 2022 तक न्यू इंडिया बनाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत में ही गोरखपुर त्रासदी का भी जिक्र किया और कहा कि दुख की घड़ी में हर देशवासी साथ खड़ा है।
अपने 57 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा कि ‘चलता है’ का जमाना अब जा चुका है। अब ‘बदला है, बदल रहा है और बदल सकता है’ का वक्त आ गया है। कश्मीर मुद्दे पर उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की समस्या गाली और गोली से नहीं, गले लगाने से दूर होगी। उन्होंने इशारों में गोरक्षा की आड़ में हो रही हिंसा की आलोचना भी की और कहा कि देश आस्था के नाम पर हिंसा के रास्ते पर नहीं चल सकता। वहीं, सर्जिकल स्ट्राइक के संदर्भ में देश की सेनाओं की सामर्थ्य का बखान करते हुए प्रधानमंत्री प्रकारांतर से चीन और पाकिस्तान को संदेश देने से भी नहीं चूके।
केन्द्र को बड़ा भाई और राज्य को छोटा भाई बताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं भी मुख्यमंत्री रहा हूं, इसलिए राज्यों की अहमियत को समझता हूं। हमने ‘कॉम्पिटेटिव कोऑपरेटिव फेडरलिजम’ का मंत्र अपनाया है और भारत की सरकार राज्यों के साथ चलने में सफल हो रही है। उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया की सबसे बड़ी ताकत लोकतंत्र में है। हम ऐसा लोकतंत्र बनाने चाहते हैं जिसमें तंत्र से लोक नहीं, लोक से तंत्र चले।
उधर पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विकसित बिहार बनाने और न्याय के साथ विकास का अपना संकल्प दोहराया और कहा कि बिहार हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। बिहार में आई बाढ़ से हुए नुकसान की चर्चा करते हुए उन्होंने पीड़ितों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जिनमें आरक्षित वर्ग के लिए ठेकेदारी आवंटन की सीमा 15 लाख रुपए से बढ़ाकर 50 लाख रुपए करने, मदरसों में शैक्षणिक सुधार और अल्पसंख्यक विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना का विस्तार जैसी योजनाएं शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर धुनिया, रंगरेज, दर्जी समूह के कल्याण के लिए विशेष योजना लाने की घोषणा भी की। दिव्यांगजनों की विशेष आवश्यकताओं के मद्देनजर उन्होंने समाज कल्याण विभाग में एक अलग निदेशालय बनाने की बात कही। पर्यटन के विकास के लिए उन्होंने कहा कि संपर्कविहीन पर्यटन स्थलों को मुख्यमंत्री पर्यटन संपर्क योजना के तहत जोड़ा जाएगा। वहीं, बिजली के क्षेत्र में सुधार के लिए सभी जर्जर तारों को राज्य निधि से बदला जाएगा। कजरा एवं पीरपैंती में थर्म पावर प्लांट को स्थान पर सोलर पावर प्लांट की स्थापना की जाएगी। शराबबंदी से राष्ट्रव्यापी चर्चा पाने वाले मुख्यमंत्री ने इसे संकल्प का विषय बताया और इससे मिले बेहतर परिणाम पर संतोष जाहिर किया।
‘बोल बिहार’ के लिए रूपम भारती