लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ‘समझदारी’ दिखाते हुए कहा है कि मेरे चाचा मुख्यमंत्री हैं और वे ही आगे भी बने रहेंगे। कई लोग हैं जो महागठबंधन में झगड़ा लगाना चाहते हैं लेकिन हम चढ़ने वाले नहीं हैं। एक बार ठान ली है तो उससे हटेंगे नहीं।
गौरतलब है कि अभी हाल के दिनों में आरजेडी के कई विधायकों और कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की ताजपोशी की तर्ज पर बिहार में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की थी, जिसका समर्थन कर तेजस्वी की मां और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मामले को एक अलग हवा दे दी थी। तेजस्वी अपने तई इसी मामले के ‘डैमेज कंट्रोल’ की कोशिश कर रहे थे।
बता दें कि रविवार को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में रविदास जयंती का आयोजन किया गया था जिसमें स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे। इसीलिए ‘डैमेज कंट्रोल’ का ये अच्छा मौका था। इस मौके का पूरा उपयोग करते हुए तेजस्वी ने कहा कि उनके ‘चाचा’ राज्य की तरक्की के लिए बेहतरीन काम कर रहे हैं। कुछ ‘अपने लोग’ भी भावना में आकर कुछ ऐसा बोल देते हैं, जो नहीं बोलना चाहिए। ऐसे बयान से लोग बचें। उनके पिता ने चुनाव के समय ही वादा किया था कि राजद को अधिक सीटें आएं या कम, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे।
राजनीति में ‘परिपक्व’ हो रहे तेजस्वी ने आगे कहा कि कुछ शक्तियां हैं जो समाज में भेदभाव फैला रही हैं। ऐसी शक्तियों से लड़ने के लिए जरूरी है कि हमलोग एकजुट रहें। आरएसएस का ही अंग है भाजपा। बिहार की तरह दिल्ली से भी हमलोग उसे हटाएंगे। बहरहाल, ‘चाचा-भतीजे’ यानि मुख्यमंत्री-उपमुख्यमंत्री के अलावे समारोह में सहकारिता मंत्री आलोक मेहता भी मौजूद थे और समारोह का संचालन कला-संस्कृति मंत्री और रविदास चेतना मंच के अध्यक्ष शिवचंद्र राम कर रहे थे।
बोल डेस्क