लालू के छोटे लाल और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लाई डिटेक्टर टेस्ट होना चाहिए। प्रधानमंत्री लाई डिटेक्टर के सामने आकर बताएं कि बिहार को लेकर उन्होंने जो घोषणाएं कीं, उनमें से कितनी उन्होंने पूरी कीं। मौका था शनिवार को वैशाली के तेरसिया में एशिया के सबसे बड़े पीपा पुल के लोकार्पण का। इस अवसर पर उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव, सहकारिता मंत्री आलोक मेहता और कला-संस्कृति मंत्री शिवचंद्र राम भी मौजूद थे।
पीपापुल के लोकार्पण के बाद आयोजित सभा और उसके बाद ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी को आड़े हाथों लेते हुए तेजस्वी ने कहा कि राजनीति में झूठ का बाज़ार नहीं लगना चाहिए। बकौल तेजस्वी 15 सितंबर 2013 के बाद से उन्होंने (प्रधानमंत्री मोदी) भारतीय राजनीति में पूंजीवाद, झूठ व जुमलेबाजी का खतरनाक दौर शुरू किया है। तेजस्वी ने आगे कहा कि नोटबंदी, कालेधन व युवाओं के रोजगार के वादों पर प्रधानमंत्री का लाई डिटेक्टर टेस्ट होना चाहिए। वादों की सच्चाई की जांच होनी ही चाहिए। पॉलीग्राफी टेस्ट से दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। चुनावों में अपनी विश्वसनीयता साबित करने के लिए बार-बार विरोधियों को गाली नहीं देनी पड़ेगी।
बहरहाल, गांधी सेतु के समानांतर 89 करोड़ की लागत से तैयार पीपा पुल डेढ किलोमीटर लंबा है। गौरतलब है कि जून तक दीघा-सोनपुर और आरा-छपरा पुल भी चालू हो जाएंगे जिससे गांधी सेतु पर वाहनों का दबाव कम होगा। इसके अतिरिक्त गांधी सेतु के दूसरी ओर एक और पीपा पुल भी जल्द ही तैयार हो जाएगा।
बोल डेस्क