प्रतिष्ठित पत्रिका टाइम के संपादक मंडल ने बुधवार को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 2016 का ‘टाइम पर्सन ऑफ द इयर’ घोषित किया। ‘टाइम’ पत्रिका 1927 के बाद से उस व्यक्तित्व को ‘पर्सन ऑफ द इयर’ चुनती आ रही है जिसने साल भर में अच्छे या बुरे तौर पर पूरी दुनिया को सबसे ज्यादा प्रभावित किया हो। ट्रंप को इस साल का ‘पर्सन ऑफ द इयर’ चुनते हुए पत्रिका ने लिखा है – “तो इस साल का फैसला अच्छे के लिए या बुरे के लिए?” बकौल ‘टाइम’ ट्रंप को “छिपे हुए मतदाताओं के गुस्से और डर को मुख्य धारा में लाकर उन्हें शक्ति देने के लिए” चुना गया है। चुनाव प्रचार के दौरान विवादित बयानों और मुद्दों से दुनिया भर में छाए ट्रंप ने तमाम अनुमानों को झुठलाते हुए राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज की थी।
गौरतलब है कि ‘टाइम’ पत्रिका द्वारा कराए गए ‘पर्सन ऑफ द इयर’ ऑनलाइन रीडर्स पोल में भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबसे आगे रहे थे, लेकिन ‘पर्सन ऑफ द इयर’ कौन होगा इसका अंतिम फैसला पत्रिका का संपादक मंडल करता है। ‘पर्सन ऑफ द इयर’ की दौड़ में अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति बराक ओबामा, विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे, अमेरिकी नेता हिलेरी क्लिंटन, फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन, तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयब एर्दोगन, यूके इंडिपेंडेंट पार्टी के नेता निगेल फैरेज, अमेरिकी जिमनास्ट साइमन बाइल्स और गायिका बेयोंसे नोल्स जैसे नाम शामिल थे।
नरेन्द्र मोदी के बारे में नोटबंदी के संदर्भ में विशेष टिप्पणी करते हुए ‘टाइम’ ने कहा है कि भारतीय प्रधानमंत्री देश की अर्थव्यवस्था को ऐसी स्थिति में ले गए हैं जो “उभरते बाज़ार के तौर पर दुनिया की सबसे सकारात्मक कहानी” है। हालांकि इस कदम से देश की आर्थिक प्रगति धीमी पड़ने की आशंका है। गौरतलब है कि रीडर्स पोल में मोदी को सर्वाधिक 18 प्रतिशत वोट आए थे और अंतिम दावेदारों के तौर पर संपादकों ने जिन 11 नामों चुना था, उनमें भारतीय प्रधानमंत्री का नाम शामिल था।
‘बोल बिहार’ के लिए डॉ. ए. दीप